दिनांक 1 जुलाई 2017 से प्रभावी माल और सेवा कर अधिनियम, 2017 के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर, हैदराबाद- IV आयुक्तालय को पुन: संरचित व पुनर्गठित किया गया और इसका नाम बदलकर रंगारेड्डी जीएसटी आयुक्तालय कर दिया गया । इसे पिछली अवधि के सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के विरासती मुद्दों के अलावा माल एवं सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क का प्रशासन सौंपा गया है। इसका क्षेत्राधिकार में तेलंगाणा राज्य के दस जिले शामिल हैं अर्थात् रंगारेड्डी (कुछ हिस्सा), नल्गोंडा, सूर्यापेट, खम्मम, भद्राद्रि, कोत्तगूडेम, महबूबनगर, नागरकर्नूल, नारायणपेट, जोगुलांबा गद्वाल और वनपर्ति।
प्रशासनिक सुविधा, संगठन की प्रभावी और कुशल व्यवस्था तथा व्यापक ग्रामीण करदाताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए रंगारेड्डी जीएसटी आयुक्तालय को 7 मंडलों और 35 रेंजों में विभाजित किया गया है।
इस आयुक्तालय के नेतृत्व आयुक्त करते हैं, जो आयुक्तालय का प्रशासनिक और कार्यकारी प्रमुख होते हैं। आयुक्त को पदानुक्रम में अपर आयुक्त/ संयुक्त आयुक्त, उप आयुक्त/ सहायक आयुक्त, मुख्य लेखा अधिकारी, अधीक्षक, प्रशासन अधिकारी, निरीक्षक, कार्यपालक सहायक, कर सहायक, अवर श्रेणी लिपिक, प्रधान हवलदार, हवलदार, सिपाही आदि द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
मंडलों को आगे रेंजों में उप-विभाजित किया गया है। प्रत्येक मंडल का नेतृत्व उप / सहायक आयुक्त करते हैं और रेंज का नेतृत्व अधीक्षक करते हैं। मंडल के उप / सहायक आयुक्त को पदानुक्रम में अधीक्षक, प्रशासन अधिकारी, निरीक्षक, कार्यपालक सहायक, कर सहायक, अवर श्रेणी लिपिक, प्रधान हवलदार, हवलदार, सिपाही आदि द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
हैदराबाद और उसके आसपास की आर्थिक गतिविधियों के अधिकांश स्थान रंगारेड्डी जीएसटी आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में स्थित हैं। प्रमुख क्षेत्रों में तत्कालीन नल्गोंडा जिले की सीमेंट बेल्ट, गच्चिबौली, मादापूर, कोंडापूर, वित्तीय जिला आदि के सॉफ्टवेयर केंद्र शामिल हैं।