विरासत: हैदराबाद III, सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर, हैदराबाद क्षेत्र के चार केंद्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालयों में से एक था। इस आयुक्तालय को केंद्रीय उत्पाद शुल्क के संग्रह का काम सौंपा गया था, जो उन सभी माल (विशेष आर्थिक क्षेत्रों में निर्मित माल को छोड़कर) पर देय था, जो केंद्रीय उत्पाद शुल्क टैरिफ अधिनियम 1985 में निर्दिष्ट दरों पर भारत में उत्पादित या निर्मित किए जाते थे। इसके अलावा, यह आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र के भीतर प्रदान की गई अधिसूचित सेवाओं के संबंध में वित्त अधिनियम, 1994 के तहत सेवा कर भी एकत्र कर रहा था।
1 जुलाई 2017 से प्रभावी माल एवं सेवा कर अधिनियम, 2017 के कार्यान्वय के साथ, सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर, सिकंदराबाद-I आयुक्तालय को पुन: संरचित व पुनर्गठित किया गया और इसका नाम बदलकर सिकंदराबाद जीएसटी आयुक्तालय कर दिया गया।
सिकंदराबाद जीएसटी आयुक्तालय का नेतृत्व आयुक्त करते हैं, जो आयुक्तालय के प्रशासनिक और कार्यकारी प्रमुख होते हैं। आयुक्त को पदानुक्रम में अपर आयुक्त/संयुक्त आयुक्त, उप आयुक्त/सहायक आयुक्त, मुख्य लेखा अधिकारी, अधीक्षक, निजी सचिव, प्रशासनिक अधिकारी, निरीक्षक, कार्यकारी सहायक, कर सहायक, आशुलिपिक, एलडीसी, हवलदार, सिपाही आदि द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
सिकंदराबाद जीएसटी आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में हैदराबाद के सिकंदराबाद, अंबरपेट, उप्पल क्षेत्र, वरंगल शामिल हैं और यह उप्पल, नाचराम, कापरा, मुशीराबाद, वरंगल आदि में औद्योगिक बेल्ट का घर है और इसमें भारतीय रेलवे, बड़े कॉर्पोरेट घराने जैसे भारती एयरटेल आदि भी शामिल हैं।संगठन के प्रभावी और कुशल कामकाज के लिए और लगातार विकसित हो रहे सिकंदराबाद की जरूरतों को आसानी से पूरा करने के लिए, सिकंदराबाद जीएसटी आयुक्तालय क्षेत्राधिकार को सात मंडलों में विभाजित किया गया है।
मंडलों को आगे रेंजों में उप-विभाजित किया गया है। प्रत्येक मंडल का नेतृत्व एक उप/सहायक आयुक्त करता है और रेंज का नेतृत्व अधीक्षक करता है। विभागीय उप/सहायक आयुक्त को अधीक्षकों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।